ग्वालियर: पांच करोड़ रुपए का इनाम निकलने का लालच देकर विशाखापटनम के एक व्यापारी से 1.31 करोड़ रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। ठगी की रकम का एक हिस्सा ग्वालियर में खोले गए 15 बैंक खातों में ऑनलाइन जमा कराया गया। ठगी का शिकार हुआ व्यापारी पहले तो खुदकुशी करने निकल पड़ा लेकिन बाद में किसी ने उसे समझाया तो पुलिस के पास शिकायत करने पहुंच गया। उसकी शिकायत के बाद हरकत में आई विशाखापटनम (आंध्रप्रदेश) पुलिस की एक टीम सोमवार को ग्वालियर आई आैर उसने स्थानीय पुलिस की मदद से दो लोगों को हिरासत में ले लिया। इनमें एक शहर के भाजपा नेता का भाई है। इन दोनों के बैंक खातों में ठगी की रकम जमा होना बताया गया है।
# भाजपा नेता के भाई सहित दो लोग पुलिस हिरासत में
विशाखापटनम के व्यापारी एफ वेंकटराघवन को जुलाई 2014 में इंटरनेट पर कोकाकोला की एक प्रतियोगिता में 5 करोड़ रुपए का इनाम खुलने का मैसेज मिला। इनामी मैसेज के लालच में फंसकर व्यापारी ने मैसेज भेजने वालों से संपर्क किया तो उन्होंने उसे बैंक गारंटी, टैक्स व अलग-अलग कामों के लिए बैंक खातों में ऑनलाइन रुपए जमा कराने को कहा। ठगों ने व्यापारी को जिन बैंक खातों के नंबर बताए वे मुंबई-दिल्ली व ग्वालियर के अलग-अलग बैंकों के हैं। लालच में फंसे व्यापारी ने इन खातों में कई किस्तों में साल भर में 1.31 करोड़ रुपए जमा कराए।
बैंक खातों में कुछ रकम जमा कराने के बाद व्यापारी को ठगे जाने का अहसास हो गया। लेकिन हर बार ठग, व्यापारी से यही कहते रहे कि यह आखिरी औपचारिकता है। इसके बाद रुपए आपके खाते में पहुंच जाएंगे। व्यापारी का कारोबार भी बड़ा है इसलिए वह अंतिम औपचारिकता के फेर में फंसता रहा। दो माह पूर्व उसे लगा कि वह फंसता जा रहा है तब उसने दिल्ली पहुंचकर सीबीआई दफ्तर में अधिकारियों से मुलाकात की। सीबीआई अधिकारी ने पूरे मामले व बैंक खातों में ऑनलाइन रकम जमा किए जाने के दस्तावेज देखकर विशाखापटनम साइबर पुलिस में शिकायत करने की सलाह दी। इस पर वह वापस चला गया और विशाखापटनम पुलिस में शिकायत की।
खुदकुशी के लिए समुद्र की ओर भी चल पड़ा था व्यापारी
व्यापारी एफ वेंकटराघवन दिल्ली से लौटने के बाद बड़ी रकम ठगे जाने के कारण डिप्रेशन में चला गया। इसी दौरान वह खुदकुशी करने के लिए समुद्र तक भी पहुंच गया था। रास्ते में उसे एक परिचित मिला। उसे, व्यापारी ने पूरी घटना बताई। इस पर परिचित ने उसे समझाया और फिर पुलिस की साइबर सेल तक पहुंचाया।
28 लाख रुपए आए ग्वालियर के 15 खातों में
ठगी कर 28 लाख रुपए ग्वालियर में अलग-अलग 15 खातों में जमा कराए गए, शेष रकम मुंबई और दिल्ली के खातों में जमा कराई गई। इनमें से दो खातेदार धीरेंद्र राजावत अमलतास काॅलोनी व अाकाश राणा निवासी त्यागी नगर को हिरासत में ले लिया है। धीरेंद्र, भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष धर्मेंद्र राजावत का भाई है। धीरेंद्र के पकड़े जाने पर भाजपा नेता मुरार थाने पर भी पहुंचे। इन नेताओं को थाना प्रभारी र|ेश तोमर ने पूरे मामले से अवगत करा दिया। धीरेंद्र राजावत का कहना है कि उसने दो लाख रुपए पवन कौरव को उधार दिए थे, जिसका चेक भी उसके पास है। विशाखापटनम से जो रकम आई थी वह उसी ने डलवाई थी। महाराज बाड़े पर भी एक खातेदार के घर पुलिस ने दबिश दी लेकिन वह नहीं मिला, उसकी मां ने बताया कि वह पहले भी ठगी करता रहा है उनका उससे कोई संबंध नहीं है। विशाखापटनम पुलिस ग्वालियर पुलिस के साथ ठगों के पते पर दबिश दे रही है।