नई दिल्ली : सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए 32 वेबसाइटों को बंद कर दिया है क्योंकि उनपर कथित तौर पर आईएसआईएस (इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया)’ जैसे आतंकी समूहों की भारत विरोधी सामग्रियां थीं।
एक सरकारी अधिकारी ने कहा, ‘हमने कुछ वेबसाइटों को बंद कर दिया है क्योंकि वे गंभीर राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं का विषय थे।’ जिन वेबसाइटों पर कार्रवाई की गयी है उनमें डेलीमोशन और वीमियो जैसे वीडियो साझा करने वाले लोकप्रिय साइट शामिल हैं जबकि उनमें से कुछ को आपत्तिजनक सामग्री हटाने के बाद काम करने की मंजूरी दे दी गयी।
इन वेबसाइटों पर कथित तौर पर आईएसआईएस के एक कथित सदस्य आरिब माजिद के बारे में सामग्री थी जिसे एनआईए ने गिरफ्तार किया था। इनके अलावा उत्तरी कर्नाटक के भटकल इलाके के रहने वाले तीन लोगों से जुड़ी सामग्री भी थी।
सू़त्रों ने कहा कि वेबसाइटों का इस्तेमाल भारतीय युवकों को आईएसआईएस में शामिल करने के लिए प्रेरित करने और अफगानिस्तान एवं इराक जैसे देशों में गठबंधन बलों से कथित तौर पर लड़ते हुए लोगों के मारे जाने के बारे में खबरें प्रसारित करने के लिये किया जाता था।
एक दूसरे वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कार्रवाई मुंबई की एक अदालत के आदेश के बाद की गयी। महाराष्ट्र आतंकरोधी दस्ते (एटीएस) ने भारत विरोधी सामग्री दिखाने के लिए कुछ वेबसाइटों को बंद करने की मांग को लेकर अदालत में एक याचिका दायर की थी। उन्होंने कहा कि कुछ आतंकी मामलों की जांच के दौरान एटीएस को कुछ वेबसाइटों पर राष्ट्रविरोधी सामग्री होने की जानकारी मिली थी।
इस बीच भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविन्द गुप्ता ने भी कहा कि वेबसाइट एटीएस की सलाह पर बंद किए गए क्योंकि उनपर आईएसआईएस से जुड़ी सामग्रियां थीं। साथ ही 32 वेबसाइटों की एक सूची भी आज ट्विटर पर चर्चा में रही। यह सूची कथित तौर पर दूरसंचार विभाग का एक सकरुलर है। मंत्रालय ने हालांकि इसे लेकर आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा है, विभाग के सूत्रों ने इस तरह के सुर्कलर के होने की पुष्टि की है।