ग्वालियर - चिटफंडी राघवेंद्र नरवरिया ने पब्लिक के करोड़ों रुपए से इंदौर में 15 प्लॉट व एक बंगले के अलावा उज्जैन, बानमोर व छत्तीसगढ़ में भी बेशकीमती जमीन खरीदना पूछताछ में कबूल किया है। इन जमीनों के दस्तावेज बरामद करने के लिए पुलिस आरोपी को इंदौर व उज्जैन भी लेकर जाएगी। राघवेंद्र की रिमांड अवधि शनिवार को समाप्त हो रही है। पुलिस आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड अवधि बढ़ाने का अनुरोध न्यायलय से करेगी।
देश के कई राज्यों में बीएनपी के नाम से चिटफंड कंपनी चलाने वाले राघवेंद्र नरवरिया गुरुवार तक इस बात पर अड़ा था कि उसके पास वर्तमान एक पैसा नहीं है। वह स्थानीय निवेशकों के 30 करोड़ पर लौटा चुका है, लेकिन शुक्रवार को गई पूछताछ में राघवेंद्र टूट गया है।
राजसात की जाएंगी जमीनें -
एएसपी वीरेंद्र जैन ने बताया कि राघवेंद्र ने कबूल कर लिया है कि उसकी चिटफंड कंपनी में एजेंटों के माध्यम से करोड़ों रुपया निवेश किया था। ग्वालियर में चिटफंड कारोबारियों पर कार्रवाई होने के बाद भी उसकी कंपनी में लोगों ने निवेश किया। इस पैसे से उसने इंदौर, उज्जैन व छत्तीसगढ़ में जमीनें खरीदी हैं। इन जमीनों के दस्तावेज बरामद कर राजसात की जाएगी, ताकि लोगों का पैसा वापस मिल सके।
अन्य राज्यों की पुलिस भी राघवेंद्र का रिमांड लेगी -
राघवेंद्र के कोर्ट में हाजिर होने के बाद छत्तीसगढ़ व अन्य राज्यों की पुलिस ने भी ग्वालियर पुलिस से संपर्क कर राघवेंद्र के संबंध में जानकारी मांगी है। छत्तीसगढ़ पुलिस आरोपी से पूछताछ करने भी एक दो दिन में आएगी। अन्य राज्यों की पुलिस भी आरोपी को रिमांड पर लेगी।
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