नई दिल्ली। इन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट ने अहमदाबाद में एक हवाला नेटवर्क का खुलासा किया है। आरोप है कि इसके जरिये सूरत से दुबई और हॉन्ग कॉन्ग के एक निजी बैंक में 10,000 करोड़ रूपये से भी ज्यादा हवाला के पैसे का हेरफेर किया गया।
ईडी ने इस मामले में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग ऐक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। अभी तक 5 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। एजेंसी अब इस पूरे मामले के मास्टरमाइंड को पकडऩे की कोशिश में लगी है। यह मास्टरमाइंड पिछले 8 महीने से गिरफ्तारी से बचता आ रहा है।
मुंबई स्थित एक सोने के व्यापारी की पहचान इस मास्टरमाइंड के रूप में की गई है। इसने दिसंबर 2013 और जनवरी 2014 में सूरत के एक निजी बैंक में 10,000 करोड़ रूपये जमा किए थे। ईडी का मानना है कि यह पैसे हवाला लेनदेन से जुड़े हुए हैं।
इन पैसों को तुरंत ही दुबई और हॉन्ग कॉन्ग स्थित एक विदेशी बैंक के खाते में ट्रांसफर कर दिया गया। इन पैसों को बाद में उसी विदेशी खाते से कई अन्य लोगों में बांट दिया गया। ईडी की अहमदाबाद यूनिट ने इस हवाला नेटवर्क का पता लगाया है। यही यूनिट इस मामले की जांच भी कर रही है। सूत्रों के मुताबिक इस मामले पर इंटेलिजेंस एजेंसी रॉ की भी नजर है।
रॉ भी इस मामले की अपने स्तर पर पड़ताल कर रही है। माना जा रहा है कि इतनी बड़ी रकम की यह अदला बदली असल में कुछ नेताओं और नौकरशाहों का काला धन है जिसे विदेशी खातों में जमा किया गया है। ईडी की जांच के मुताबिक इस लेनदेन में चेन्नै की एक फर्म का भी नाम सामने आया है। उक्त फर्म का नाम 2जी स्कैम में भी शामिल है। माना जाता है कि इस फर्म का संबंध एक पूर्व टेलिकॉम मंत्री से है। जांच से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एजेंसी ने आरोपी के पास से फर्जी कस्टम रसीदें भी बरामद कीं। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने 2011 में जारी कागजातों की फर्जी कॉपी बनाई, जबकि इसका भुगतान दो साल बाद 2013 और 2014 में किया गया। इसी अनियमितता के कारण ईडी का ध्यान इस मामले की ओर गया। जांच में यह बात भी सामने आई है कि गुजरात के दो आरोपी फर्जी फर्म चला रहे थे। ये आरोपी कस्टम विभाग के कागजातों की फर्जी कॉपी बनाकर इस्तेमाल करते थे। दुबई और हॉन्ग कॉन्ग स्थित बैंकिंग चैनलों के जरिये हवाला का पैसा देश के बाहर भेजा जाता था। ईडी मुंबई स्थित मास्टरमाइंड के महाराष्ट्र के कुछ नेताओं के साथ संबंधों को भी खंगाल रही है। आने वाले समय में ईडी इस मामले में और भी कई गिरफ्तारियां करने वाली है।