कौशांबी: पिपरी थाना इलाके की पुलिस आपसी खींचतान में ही उलझी है। यह बात पिछले दिनों इलाके के असरावे खुर्द गांव में बेबाकी से संचालित हो रहे अपना मिशन के खुलासे के बाद साफ देखने को मिली है। इलाके में संचालित हो रहे अपना मिशन में मकदूमपुर चौकी पुलिस की भूमिका संदिग्ध है। ऐसा आरोप थाना पुलिस स्वयं लगा रही है। पिपरी पुलिस की मानें तो अपना मिशन नाम की फर्जी बैंक संस्था इलाकाई पुलिस की मिलीभगत से गुपचुप तरीके से संचालित किया जा रहा था। पुलिस ने जब इस खेल का भंडाफोड़ किया तो इलाकाई पुलिस और खेल करने वाले लोग हरकत में आ गए।
पिपरी थाना क्षेत्र के यमुना की तराई के दर्जन भर गांव मैनापुर, मकनपुर, असरावे खुर्द, असरावे कला, सैपार, जलालपुर, शेरपुर आदि गांवों में धन को दोगुना करने वाली एक फर्जी बैंक संस्था ने कई महीना पहले इलाके में डेरा डाला। इलाकाई लोगों की गाढ़ी कमाई अपनी जेब में करने के लिए इस चिटफंड संस्था के जिम्मेदारों ने इलाकाई पुलिस का सहारा लिया और खेल करना शुरू कर दिया। 30 हजार जमा कराकर दस हजार रुपये प्रतिमाह देने के नाम पर संस्था ने करोड़ों रुपये बिना संस्था के रजिस्ट्रेशन के ही समेट लिया। इसमें इलाकाई पुलिस ने अधिकारियों को गुमराह करने के नाम पर मोटी रकम अपनी जेब में रखा। इस बात की जानकारी पिछले दिनों थानाध्यक्ष विनोद यादव को हुई तो उन्होंने मामले को गंभीरता से लिया और गांव में चल रही इस प्रकार की संस्था में छापेमारी करते हुए तीन युवकों के पास से कुल 30 लाख रुपया बरामद किया। हालांकि इलाकाई पुलिस इस काम को लेकर अपनी बड़ी कामयाबी मान रही है, लेकिन एक बात तो यह भी है कि पुलिस की निगहबानी में यह खेल होना भी कोई आम बात नहीं है। मामले में पुलिस ने पकड़े गए तीनों युवकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया है। बरामद हुए 30 लाख की धनराशि को राजपत्रित अधिकारी की मौजूदगी में सील करते हुए जमा करा दिया गया है। मामले को लेकर इलाके में तरह- तरह की चर्चा है।
चायल सर्किल इलाके के यमुना की तराई वाले गांवों में संचालित हो रही अपना मिशन नाम की संस्था ने इलाकाई लोगों को एक साल में चार गुना धन देने का लालच दिया था। इससे लालच का शिकार हुए लोगों ने अपनी गाढ़ी कमाई जमा कर दिया और दूसरी तरफ धन चार गुना करने वाली फर्जी चिटफंड संस्था दिन दूनी और रात चौगुनी की तरह तरक्की कर गई। अब स्थिति यह है कि न तो धन को जमा करने वाले और न ही जमा कराने वाली संस्था दोनों का पैसा और भविष्य डूबने के कगार पर है।
चायल सर्किल इलाके में इस प्रकार का गोरखधंधा अभी भी संचालित है। यह बात दीगर है कि इसकी भनक इलाकाई पुलिस को नहीं है। इस बात को लेकर इलाकाई लोगों माने तो यदि मामले में पुलिस ने संजीदगी दिखाते हुए कार्रवाई किया तो एक और बड़े गोरखधंधे का भंडाफोड़ हो सकता है।
पिपरी एसओ विनोद यादव का कहना है कि चिटफंड कंपनी का संचालन चौकी पुलिस की मिलीभगत से चल रहा था। जानकारी होने पर छापामारी की गई। इलाके में हो रहे और भी इस प्रकार के गोरखधंधे पर छापामारी की कार्रवाई की जाएगी।
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