नई दिल्ली: मोबाइल पर बात करते करते अचानक फोन कट हो जाने का अब हमें पैसा मिलेगा. मोबाइल फोन यूज़र्स के लिए परेशानी का सबब बनी कॉल ड्रॉप की समस्या से फिलहाल तो आपको राहत नहीं मिलने वाली. लेकिन सरकर ने इससे होने वाले नुकसान की भरपाई करने की व्यवस्था कर ली है.
इस साल अगस्त के बाद से कॉल ड्रॉप से होने वाले नुकसान का पैसा आपके मोबाइल के बैलेंस में ऐड हो जाएगा. इस योजना पर पिछले तीन महीने से ट्रायलरन चल रहा था. इसे सफलता पर्वक पूरा कर लिया गया है.
दूर संचार विभाग ने ऐसे इंतजाम किए हैं जिससे देश के सभी मोबाइल सर्किल की जानकारी प्राप्त की जा सकेगी. इन विशेष उपकरणों के लगने के बाद सरकार के लिए यह पता करना बेहद आसान हो जाएगा कि किस सर्किल में, कितने लोगों के, कितने मिनट का कॉल ड्रॉप हुआ है.
दूरसंचार के अधिकारियों ने इस योजना के बारे में जानकारी देते हुए कहा, मोबाइल कंपनी को कॉल ड्रॉप के तीन घंटे के भीतर ग्राहक के ट्राई में रजिस्टर्ड खाते में पैसा डालना होगा. सरकार ने इसकी निगरानी के लिए भी व्यवस्था की गई है.
दूरसंचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने इस ने योजना के बारे में जानकारी देते हुए कहा, ''कॉल ड्रॉप से हर साल उपभोक्ताओं को करोड़ों रुपए का नुकसान होता है. नई व्यवस्था से उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी. खास कर गांव और दूर दराज के इलाकों में रहने वाले लोगों को ज्यादा फायदा होगा. वहां ज्यादा कॉल ड्रॉप होते हैं.'
अगर आपका टैरिफ प्रति सेकंड वाला है तो आपको ज्यादा दिक्कत नहीं है लेकिन प्रति मिनट कॉल दर वाला टैरिफ लेने वालों को ज्यादा नुकसान होता है. इसमें कुछ सेकंड की बातचीत में कॉल कट जाता है, लेकिन चार्ज पूरे मिनट का लगता है.
कैसे और कब मिलेगा पैसा
अगर आपकी कॉल ड्रॉप होती है तो जितने सेकंड या मिनट के पैसे मोबाइल बैलेंस से कटेंगे उतना पैसा आपके खाते में आ जाएगा. यह अमाउंट आपके बैलेंस में हफ्ते में एक बार ही जुड़ेगा. आपके बैलेंस में जुड़ने वाला यह पैसा कॉल ड्रॉप के बाद कंपनियों पर लगाए गए जुर्माने से मिलेगा.
कहां कहां ज्यादा होता है कॉल ड्रॉप
पीक ऑवर्स में, ट्रेन या बस से यात्रा के दौरान, दूर दराज के इलाकों में सबसे ज्यादा कॉल ड्रॉप की समस्या होती है. कॉल ड्रॉप से एक व्यक्ति को रोजाना औसत 5.07 रु. का नुकसान होता है. औसतन हर 4 कॉल के बाद एक कॉल ड्राप होता है.