भुवनेश्वर : चिटफंड मसले पर भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय महापात्र ने एक बार फिर सीबीआइ पर निशाना साधा है। विजय महापात्र का कहना है कि सीबीआइ जानबूझकर चिटफंड मामले की जाच को भटकाने का प्रयास कर रही है। सीबीआइ के इस रवैये के चलते राज्य में चिटफंड व्यवसाय बेधड़क चल रहा है। ओस्कार घटना इसका प्रमाण है। पत्रकारों से बात करते हुए महापात्र ने कहा कि सीबीआइ जाच नहीं कर रही है बल्कि चिटफंड कंपनियों को प्रोत्साहित कर रही है। मुख्य आरोपियों को सीबीआइ खुला छोड़ दी है। महापात्र ने सीबीआइ पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य क्राइमब्रांच के इशारे पर सीबीआइ जाच कर रही है। अपराधी, राज्य सरकार एवं सीबीआइ के बीच गठबंधन के कारण राज्य की गरीब व निर्दोष जनता पिस रही है। उन्होंने कहा कि आश्चर्य लग रहा है कि इस मामले की जाच सीबीआइ कर रही है, लेकिन इसे लेकर किसी में भय का माहौल नहीं है। राज्य में आज भी कई चिटफंड संस्थाएं अपना कारोबार कर रही हैं। ओस्कार कंपनी इसका एक बड़ा उदाहरण है। महापात्र ने कहा कि चिटफंड कंपनियों से ज्यादा दोषी तो सीबीआइ हो गई है। यदि सीबीआइ की जाच सख्ती से की जाती तो फिर चिटफंड का कारोबार राज्य में नहीं होता है और निर्दोष लोग ठगी के शिकार नहीं होते। ओस्कार कंपनी को सीबीआइ जाच के दायरे में लाए जाने के संदर्भ में पूछे जाने पर महापात्र ने कहा कि ओस्कार किस प्रकार से सीबीआइ जाच परिसर को आएगी। सुप्रीमकोर्ट चिटफंड कंपनियों की सूची तैयार की थी। वही कंपनिया ही सीबीआइ जाच के दायरे में हैं। महापात्र ने कहा कि जिन्हें सुप्रीमकोर्ट की राय नहीं पता है वे ही सीबीआइ की वकालत कर रहे हैं। सीबीआइ को सुरक्षा देने वाले या फिर सीबीआइ का दोष छिपाने वाले नेता आगामी दिनों में खुद आरोपी बन जाएंगे। भाजपा राज्य कार्यकारिणी बैठक में भाग न लेने के संदर्भ में पूछे जाने पर महापात्र ने कहा कि मेरा व्यक्तिगत काम था जो कि कार्यकारिणी बैठक से महत्वपूर्ण था। कार्यकारिणी बैठक को केवल औपचारिकता होने की बात उन्होंने कही।