रायपुर (निप्र)। चिटफंड कंपनी के खिलाफ धरना दे रहे एजेंटों और निवेशकों को मंगलवार को पुलिस कंट्रोल रूम में कलेक्टर ठाकुर राम सिंह ने बात करने के लिए बुलाया गया, लेकिन बैठक स्थगित हो गई। बताया गया है कि अब बुधवार को चर्चा होगी। इसके पहले दोपहर 2 बजे एजेंटों के प्रतिनिधि मंडल ने संघ के महासचिव नंदकुमार निषाद के नेतृत्व में टिकरापारा थाने जाकर एक चिटफंड कंपनी के खिलाफ एफआईआर कराई।
नया कानून ' निक्षेपकों का संरक्षण अधिनियम 2005' के तहत कंपनी की सम्पत्ति कुर्क करने एवं एजेंटों के खिलाफ जारी पुलिस कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग को लेकर 1 फरवरी से हड़ताल कर रहे एजेंट 16वें दिन भी धरना स्थल पर डटे रहे। उन्होंने सरकार विरोधी नारेबाजी की। प्रांतीय पदाधिकारी गगन कुंभकार, राजेश सारथी ने हड़ताली साथियों को बताया कि 8 फरवरी से लेकर अब तक 14 चिटफंड कंपनी संचालकों के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई गई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि बुधवार को जिला प्रशासन के साथ होने वाली बैठक और फिर राज्यपाल से मिलने का समय तय होने पर मांगों पर सकारात्मक चर्चा हो सकती है।
बाक्स
मुख्यमंत्री से मिलने की तैयारी
बस्तर और सरगुजा के नर्स स्टाफ ने मंगलवार को निर्णय लिया कि स्वास्थ्य मंत्री अजय चन्द्राकर एवं संचालक स्वास्थ्य सेवाएं आर.प्रसन्ना से सकारात्मक बात नहीं हो पाई इसलिए मुख्यमंत्री से मिलकर चर्चा की जाएगी। छत्तीसगढ़ मेल, फीमेल एसोसिएशन की अध्यक्षा दीपा चौहान ने बताया कि मुख्यमंत्री से सरकारी एजेंसी के माध्यम से नौकरी पर बहाली के संबंध में बात की जाएगी। अगर नर्स स्टाफ को सेवा पर बहाल नहीं किया गया तो आंदोलन तेज करने की रणनीति पर विचार किया जाएगा।
See Also: चिटफंड के द्वारा 1 करोड़ की ठगी, कंपनी के डायरेक्टर और एमडी गिरफ्तार