पांचवी बार लिए चार दिनों के पुलिस रिमांड के बाद आरोपियों की पेशी आज
- 27 दिनों से पुलिस मार रही है अंधेरा में हाथपैर, गहनता से पूछताछ के बाद भी नही पहुंची किसी नतीजे पर
- दो नंबर की पूंजी लगाने वाले निवेशकों ने नही तोडी चुप्पी
- क्राउन में रूपया लगाने वाले पुलिस मुलाजिम भी बूरे फंसे
बरनाला: लोगों के करोडों अरबों रूपए हडप करने वाली चिटफंड कंपनी के मामले में नामजद कथित आरोपियों से बरनाला पुलिस पिछले 27 दिनों चार बार पुलिस रिमांड ले चुकी है और
आज 28 सितंबर दिन सोमवार को पांचवी बार 4 दिनों का पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद कथित आरोपियों को पुलिस फिर से स्थानीय कोर्ट में पेश करेगी। लेकिन बडी हैरानी की बात है कि इन 27 दिनों में पांच बार लिए पुलिस रिमांड के दौरान की गई पूछताछ में बरनाला पुलिस अंधेरे में ही हाथपैर मार रही है। उनसे एक रूपए की रिक्वरी नही करवा सकी, कंपनी का कोई पुख्ता सबूत नही ढूंढ सकी और न ही कथित आरोपयों की जायदादों का हो कोई सुराग लगा सकी है। जिस कारण बरनाला पुलिस की कार्यप्रणाली चर्चा के घेरे में आ गई है और लोग तरह तरह की बातें बनाने लगे हैं। जबकि इस कंपनी में अनेकों लोगों ने अपने प्लाट बेचकर व जमीने गहने कर इस कंपनी में निवेश किया था। लेकिन कंपनी का घुंम रहा सर्कल बंद होने के कारण लोगों का करोडों अरबों रूपया डूब गया है। एक अनुमान अनुसार कंपनी के संगरूर व बरनाला जिलों में 500 के करीब एजेंट हैं।
जिनके द्वारा कंपनी ने करोडों रूपया एकत्रित किया और अपने कमिश्न के लालच में हजारों लोगों की इस जालसाजी में फंसा लिया। दूसरी तरफ बडे निवेशक इस कंपनी के खिलाफ अपनी शिकायतें दर्ज नही करवा रहे क्योंकि उन्होंने अपनी दो नंबर की कमाई, काला धन इस कंपनी में निवेश किया था। अगर वह लिखित रूप में शिकायत देते हैं तो वह खुद ही कानूंनी दाव पेच में फंसते नजर आते हैं। इसलिए बडे निवेशकों, यानि कि दो नबंर, कालाधन लगाने वाले निवेशकों ने अभी अपनी शिकायतें दर्ज नही करवाईं। पुलिस वालों ने भी इस कंपनी में मोटा रूपया लगाया हुआ है, वह भी अपनी शिकायतें दर्ज नही करवा सकते क्योकि सरकारी मुलाजिम होने के नाते उन्हें भी क्राउन में लगाई गई राशि एक नंबर में शो करनी होगी। कुल मिलाकर पुलिस पकडे गए कथित आरोपियों से 27 दिन से गहनता से पूछताछ तक कर रही, लेकिन कुछ पल्ले नही पडा। पुलिस गत 27 दिनों से अंधेरे में ही हाथ पैर मार रही है। सपर्क करने पर पटियाला रेंज की डीआईजी बलकार सिंह सिद्धू ने कहा कि अभी जांच चल रही है और जांच पूरी होने से पहले जांच का कोई भी पहलू जनतक नही किया जा सकता।
इसलिए वह अभी कुछ नही बता सकते। जबकि जिला पुलिस मुखी ने निवेशकों को अपील की कि आरोपियों की जायदादों के विवरण मिलने के बाद उन निवेशकों की ही रिक्वरी हो पाएगी, जिनकी शिकायतें दर्ज हुई होंगी।इसलिए वह फिर से कंपनी के अधिकारियों व एजेंटों के झांसे में न आएं और अपनी अपनी शिकायतें दर्ज करवाएं।
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