कोलकाता : सारधा चिटफंड घोटाले में गिरफ्तार राज्य के पूर्व मंत्री मदन मित्रा ने राजनीति से दूर होने का मन बना रहे हैं। राजनीति से दूर होने की बात साफ तौर पर नहीं बल्कि इशारे में ही वे राजनीति से दूर होने का मन बना रहे हैं। सोमवार को उन्हें सारधा मामले में अलीपुर कोर्ट में पेश किया गया था। जहां मीडिया द्वारा पूछे गए सवाल के उत्तर में उन्होंने यह बात कही। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें जमानत मिलती है तो वे पिछली कतार में कोने में बैठेंगे और पीछे से ही सबकुछ देखेंगे क्योंकि छुरी पीछे से ही चलती है। इसलिए पीछे से ही देखेंगे कि कौन छुरी मार रहा है। वैसे भी सनलाइट वे बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बचपन में यह धारणा थी कि आगे बैठने वाले का जीवन धन्य होता है। पर अब धारणा बदल चुकी है। मदन ने कहा कि सारधा मामले में वे सीबीआइ की हर संभव सहायता कर रहे हैं। सीता को भी अग्निपरीक्षा देनी पड़ी थी फिर भी उन्हें पाताल में जाना पड़ा था। मैं भी 18 महीनों से अग्निपरीक्षा दे रहा हूं। मौके पर उन्होंने मेसी के बारे में कहा कि मेरे से ज्यादा कष्टदायी जीवन मेसी का है। मेसी ने अपने जीवन का बेहतर खेल खेलने के बाद अवसर लिया है पर मेरा खेल अभी बाकी है। ज्ञात हो कि इससे पहले भी मदन मित्रा को जितनी बार अदालत में पेश किया गया है हर बार वे कुछ न कुछ बयानबाजी करते हैं।