भागलपुर - पश्चिम बंगाल के चर्चित शारधा चिटफंड घोटाले के जांच की आंच से भागलपुर भी अब अछूता नहीं रहा। यहां के तिलकामांझी थाना क्षेत्र स्थित मुंदीचक मोहल्ले में शारधा म्यूचुअल फंड निधि लिमिटेड से जुड़ी शारदा प्लेजर एण्ड वेंचर लिमिटेड का कार्यालय काम कर रहा था। नालिसी मुकदमा संख्या 1737-14 से संबंधित पटना उच्च न्यायालय में कैलाश मिश्रा बनाम राज्य सरकार की याचिका में आरोप है कि कंपनी के द्वारा शर्तो के अनुरूप जमाकर्ता को ना तो मूल धन और ना ही मूलधन से जुड़े लाभांश ही दिया गया। मुकदमा धोखाधड़ी, साजिश रचने समेत कई गंभीर आरोप में दायर किया गया था। शारधा चिटफंड घोटाले से संबंधित इस मामले में जमाकर्ताओं से लाखों की राशि जमा कराई गई लेकिन उन्हें उनके मूल धन की वापसी की बात दूर लाभांश तक नहीं दिया गया है। पटना उच्च न्यायालय में दाखिल याचिका में न्याय की लगाई गई गुहार बाद मामले में बाकायदा जांच कर रिपोर्ट मांगी गई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार भागलपुर एसएसपी विवेक कुमार ने इस मामले में तिलकामांझी थानाध्यक्ष रोहित कुमार सिंह को मामले की जांच कर उसकी बाकायदा रिपोर्ट तैयार करने को कहा है।
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भागलपुर के भी कई लोगों ने लाखों का कर रखा था निवेश
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शारधा चिटफंड कंपनी में निवेश करने वालों में भागलपुर इलाके के भी काफी लोग अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई निवेश कर रखा है। पुलिस सूत्रों की माने तो यह निवेश लाखों में है। कंपनी की ओर से यह भरोसा दिलाकर लोगों से बड़ी राशि निवेश कराई गई थी कि उन्हें मूल धन पर बड़ा लाभांश मिलेगा। लेकिन घोटाले की बात सामने आते ही निवेशक जमाकर्ताओं के होश उड़ गए।
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