कोलकाता : पश्चिम बंगाल की बहुचर्चित सारधा चिटफंड घोटाला मामले में आज पूर्व केंद्रीय मंत्री मतंग सिंह की पत्नी मनोरंजना सिंह और व्यापारी शांतनु घोष को 13 अक्तूबर तक सीबीआइ हिरासत में भेज दिया गया है. कोर्ट ने दोनों के जमानत याचिका को खारिज कर दिया.
ज्ञात हो आज दोनों की एक स्थानिय कोर्ट में पेशी की गयी. गौरतलब हो कि मनोरंजना सिंह और व्यापारी शांतनु घोष को कल सीबीआइ ने इस मामले में गिरफ्तार किया गया था.
शिकंजे में शांतनु घोष: सीबीआइ सूत्रों के मुताबिक, सारधा मामले की जांच के दौरान पूछताछ में सुदीप्त सेन ने कई बार अधिकारियों के सामने शांतनु घोष व मनोरंजना सिंह के ऊपर अपना प्रभाव दिखाकर रुपये ऐंठने का आरोप लगाया था. सीबीआइ अधिकारी बताते हैं कि शांतनु घोष की स्कूटर बनाने की एक फैक्टरी थी, जो घाटे में चल रही थी.
शांतनु ने सुदीप्त सेन को अपनी यह फैक्टरी ऊंची कीमत पर बेची थी. शांतनु पर सुदीप्त से 30 करोड़ ऐंठने का आरोप है. गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने शांतनु को गिरफ्तार किया था. बाद में उसे जमानत मिल गयी थी. बुधवार को सीबीआइ ने पूछताछ की और सवालों के संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर शांतनु को गिरफ्तार कर लिया. गुरुवार को दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया जायेगा.
* मनोरंजना पर क्या हैं आरोप
मतंग सिंह से अलग रह रहीं मनोरंजना सिंह पर नॉर्थ ईस्ट के चैनल का हस्तांतरण सारधा के मालिक सुदीप्त सेन के नाम पर करने के लिए उससे (सुदीप्त) लगभग 25 करोड़ रुपये ऐंठने का आरोप है. सीबीआइ सूत्रों के मुताबिक, सुदीप्त सेन ने पूछताछ में बताया था कि मनोरंजना सिंह ने अपने पति मतंग सिंह के साथ मिलकर उससे कई बार किस्तों में रुपये ऐंठे थे. रुपये लेने के बावजूद चैनल का हस्तांतरण उसके नाम पर नहीं किया गया.
इस बारे में सीबीआइ के अधिकारियों ने मनोरंजना सिंह से कई बार पूछताछ की थी. हर बार वह मतंग सिंह पर सारा इल्जाम मढ़ती गयीं. लेकिन इसका पुख्ता सुबूत जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं कर सकीं. लिहाजा सीबीआइ ने उन्हें गिरफ्तार करने का निर्णय लिया.