Sai Prasad Chit fund company has Bina, Khurai and Rahatgadh in Even Hundreds People to Duped
Admin | 10 December, 2015 | 1373 | 3980
- एसपी ऑफिस में कंपनी के खिलाफ शिकायत करने पहुंची महिलाएं।
सागर - शहर में 300 परिवारों से ठगी करने वाली चिटफंड कंपनी ‘सांई प्रसाद’ ने न केवल शहर के लोगों को अपना निशाना बनाया बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी दफ्तर खोल सैकड़ों लोगों को प्रलोभन भरी स्कीम के जरिए ठगा है। इस बात का खुलासा दैनिक भास्कर के 8 दिसंबर के अंक में ‘सागर से भी 300 परिवारों का लाखों हड़पकर गायब हुई चिटफंड कंपनी’ शीर्षक से खबर प्रकाशित होने के बाद हुआ। जिसके बाद बीना, खुरई, रहली और राहतगढ़ क्षेत्रों में रहने वाले लोगों ने भास्कर को फोन पर कंपनी द्वारा धोखाधड़ी किए जाने की बात बताई। वहीं, मंगलवार को 12 शिकायतकर्ताओं ने एसपी ऑफिस पहुंच कर पुलिस को कंपनी के खिलाफ शिकायती आवेदन सौंपा।
सीएसपी ने गोपालगंज टीआई को सौंपी जांच
शिकायतकर्ताओं ने मंगलवार एसपी ऑफिस पहुंचकर सीएसपी गौतम सोलंकी से मामले की शिकायत की और जल्द से जल्द पैसे दिलवाने की मांग की। शिकायतकर्ताओं ने पुलिस को आवेदन के साथ के एक सूची भी सौंपी है। जिसमें करीब 19 शिकायतकर्ताओं के 12 लाख रुपए कंपनी में जमा होना बताया गया है। मामले की शिकायत मिलने पर सीएसपी ने जांच गोपालगंज टीआई को सौंप दी है।
सेबी की रोक बावजूद कारोबार
कंपनी के खिलाफ शिकायतें मिलने के बाद भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने 17 जुलाई 2013 को इसके काम करने पर रोक लगा दी थी। इसके बावजूद भी कंपनी ने कारोबार जारी रखा। 8 अगस्त 2014 को सेबी ने फिर से रोक के आदेश दिए, लेकिन कंपनी ने पालन नहीं किया। जनवरी 2015 में सेबी ने फाइनल आदेश जारी कर कंपनी के काम करने पर रोक लगाने के साथ ही सभी राज्यों की पुलिस को कंपनी के संचालकों के खिलाफ अाईपीसी की धारा 420 समेत अन्य धाराओं के तहत कार्रवाई करने को कहा था। इसके बाद भी कंपनी ने कई जगह नाम बदल कर तो कई जगह गुपचुप तरीके से काम जारी रखा।
नाम कंपनी के पास जमा नाम कंपनी के पास जमा
वर्षा समद 2 लाख
अनिल वाल्मिकी 41 हजार
यशवंत वाल्मिकी 30 हजार
सरोज रैकवार 25 हजार
लक्ष्मी रैकवार 2 लाख
प्रभा करोसिया 40 हजार
सपना 25 हजार
इंद्रा 1.33 लाख
गुड्डी सोनी 15 हजार
द्रोपती 50 हजार
मुकेश असरेठा 18 हजार
रंजना 2 लाख
लवली 45 हजार
मुस्कान 40 हजार
ममता गौड़ 24 हजार
आशा 25 हजार
बेलारानी 40 हजार
दुर्गा हरिजन 30 हजार
उषा 25 हजार
गंगा 25 हजार
शिकायतकर्ताओं ने पुलिस को सौंपी सूची
सागर - शहर में 300 परिवारों से ठगी करने वाली चिटफंड कंपनी ‘सांई प्रसाद’ ने न केवल शहर के लोगों को अपना निशाना बनाया बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी दफ्तर खोल सैकड़ों लोगों को प्रलोभन भरी स्कीम के जरिए ठगा है। इस बात का खुलासा दैनिक भास्कर के 8 दिसंबर के अंक में ‘सागर से भी 300 परिवारों का लाखों हड़पकर गायब हुई चिटफंड कंपनी’ शीर्षक से खबर प्रकाशित होने के बाद हुआ। जिसके बाद बीना, खुरई, रहली और राहतगढ़ क्षेत्रों में रहने वाले लोगों ने भास्कर को फोन पर कंपनी द्वारा धोखाधड़ी किए जाने की बात बताई। वहीं, मंगलवार को 12 शिकायतकर्ताओं ने एसपी ऑफिस पहुंच कर पुलिस को कंपनी के खिलाफ शिकायती आवेदन सौंपा।
सीएसपी ने गोपालगंज टीआई को सौंपी जांच
शिकायतकर्ताओं ने मंगलवार एसपी ऑफिस पहुंचकर सीएसपी गौतम सोलंकी से मामले की शिकायत की और जल्द से जल्द पैसे दिलवाने की मांग की। शिकायतकर्ताओं ने पुलिस को आवेदन के साथ के एक सूची भी सौंपी है। जिसमें करीब 19 शिकायतकर्ताओं के 12 लाख रुपए कंपनी में जमा होना बताया गया है। मामले की शिकायत मिलने पर सीएसपी ने जांच गोपालगंज टीआई को सौंप दी है।
सेबी की रोक बावजूद कारोबार
कंपनी के खिलाफ शिकायतें मिलने के बाद भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने 17 जुलाई 2013 को इसके काम करने पर रोक लगा दी थी। इसके बावजूद भी कंपनी ने कारोबार जारी रखा। 8 अगस्त 2014 को सेबी ने फिर से रोक के आदेश दिए, लेकिन कंपनी ने पालन नहीं किया। जनवरी 2015 में सेबी ने फाइनल आदेश जारी कर कंपनी के काम करने पर रोक लगाने के साथ ही सभी राज्यों की पुलिस को कंपनी के संचालकों के खिलाफ अाईपीसी की धारा 420 समेत अन्य धाराओं के तहत कार्रवाई करने को कहा था। इसके बाद भी कंपनी ने कई जगह नाम बदल कर तो कई जगह गुपचुप तरीके से काम जारी रखा।
नाम कंपनी के पास जमा नाम कंपनी के पास जमा
वर्षा समद 2 लाख
अनिल वाल्मिकी 41 हजार
यशवंत वाल्मिकी 30 हजार
सरोज रैकवार 25 हजार
लक्ष्मी रैकवार 2 लाख
प्रभा करोसिया 40 हजार
सपना 25 हजार
इंद्रा 1.33 लाख
गुड्डी सोनी 15 हजार
द्रोपती 50 हजार
मुकेश असरेठा 18 हजार
रंजना 2 लाख
लवली 45 हजार
मुस्कान 40 हजार
ममता गौड़ 24 हजार
आशा 25 हजार
बेलारानी 40 हजार
दुर्गा हरिजन 30 हजार
उषा 25 हजार
गंगा 25 हजार
शिकायतकर्ताओं ने पुलिस को सौंपी सूची