अंबिकापुर | चिटफंड कंपनी के संदेह पर सोमवार को नमनाकला रिंग रोड स्थित एक रियल स्टेट कंपनी के कार्यालय को प्रशासन व पुलिस की टीम ने सील कर दिया। कंपनी द्वारा रियल स्टेट के नाम पर जिले में हितग्राहियों से डिपाजिट कराकर जमीन व मकान देने बांड दिया जाता था।बाद में हितग्राहियों को जमीन न देकर ब्याज के साथ पैसे वापस किए जा रहे थे। अधिकारियों ने कंपनी के एजेंट रजिस्टर, फरवरी महीने का स्टेटमेंट सहित अन्य दस्तावेज जब्त कर जांच शुरू कर दी है।
सोमवार की शाम को जिला कोषालय अधिकारी लाजरूस मिंज व गांधीनगर टीआई नरेश चौहान के नेतृत्व में जिला प्रशासन व पुलिस की संयुक्त टीम ने नमनाकला रिंग रोड स्थित बेलफेयर डेवलपमेंट स्टेट एंड प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालय में छापा मारा। कार्यालय में कंपनी के मैनेजर जयकांत यादव सहित अन्य स्टाफ थे। अधिकारियों ने कंपनी से जुड़े दस्तावेजों की जांच की। आरबीआई से रजिस्ट्रेशन नहीं होने पर ऑफिस को सील कर दस्तावेज जब्त कर लिया है। उन्होंने बताया कि कंपनी से दस्तावेज मंगाए गए हैं। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि अभियान चलाकर प्रशासन व पुलिस द्वारा चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
चिटफंड कंपनी के दो एजेंटों पर मामला दर्ज
सूरजपुर| भटगांव इंदिरा कॉलोनी निवासी 20 वर्षीय रामानंद सोनी आ. सुरेंद्र सोनी से 13 हजार 275 रुपए तथा यही की 27 वर्षीया कौशल्या मलार पति देवी चरण मलार से 7 हजार 80 रुपए जमा करा रुपयों को दोगुना करने का झांसा दे निर्मल इनफ्राहोम कार्पोरेशन लिमिटेड एनआईसीएल कंपनी द्वारा धोखाधड़ी की जा रही थी। शिकायत पर पुलिस ने अनरोखा निवासी कंपनी संचालक डायरेक्टर व एजेंट प्रसन्न राजवाड़े और एजेंट संतोष पाटले पर जुर्म दर्ज किया है।
आरबीआई से रजिर्स्टड नहीं होने के कारण सील किया
जिला कोषालय अधिकारी मिंज ने बताया कि कोई भी कंपनी बिना आरबीआई से पंजीयन के डिपाजिट का काम कर नहीं सकती। वेलफेयर बिल्डिंग एंड रियल स्टेट्स कंपनी का भी आरबीआई के तहत पंजीयन नहीं है। इसके बाद भी यहां कंपनी द्वारा रियल स्टेट के नाम पर लोगों निवेश कराया जा रहा था। यह अवैधानिक है। इसलिए कंपनी को सील किया जा रहा है। कंपनी के स्टेट बैंक के एकाउंट को भी बंद करा दिया गया है। आगे की कार्रवाई दस्तावेज मिलने के बाद होगी।
मेन ब्रांच विशाखापट्टनम में, 15 साल से है कंपनी
कंपनी का मेन ब्रांच विशाखापट्टनम में है। अंबिकापुर में 2007 में कार्यालय खुला। प्रबंधक का कहना है कि कंपनी द्वारा रियल स्टेट के नाम पर निवेश कराया जाता है। यदि कोई जमीन व मकान नहीं लेना चहता है तो कंपनी उसे स्कीम के तहत ब्याज सहित राशि वापस करती है। अभी तक किसी भी ग्राहक ने शिकायत नहीं है। कई ग्राहकों को प्लान के तहत राशि ब्याज सहित वापस भी की गई है।
मैनेजर ने कहा मैं तो एक कर्मचारी, जिम्मेदार कंपनी
कंपनी यहां वर्षों से काम कर रही है। इसके करीब 5 हजार एजेंट हैं। इससे संभावना जताई जा रही है कि हजाराें लोगों से कंपनी द्वारा करोड़ों रुपए डिपाजिट कराए गए होंगे। उधर कंपनी के मैनेजर ने कहना है कि कंपनी में बतौर एक कर्मचारी के रुप में काम करता था। यदि कोई गड़बड़ी हुई है तो इसकी जिम्मेदारी कंपनी की है। इसलिए कानूनी कार्रवाई के लिए कंपनी के आला आिधकारियों से पूछताछ होनी चाहिए।
हर महीने औसत 35 लाख रुपए डिपाजिट
कंपनी के अंबिकापुर कार्यालय के शाखा प्रबंधक जयकांत यादव ने बताया कि हर महीने औसत 35 लाख रुपए के करीब निवेश होता है। हितग्राहियों से एजेंट के माध्यम से रियल स्टेट के नाम कंपनी द्वारा निर्धारित स्कीम के तहत डिपाजिट कराया जाता है। केवल अंबिकापुर कार्यालय में ही कंपनी के 5 हजार एजेंट है। कंपनी का रामानुजगंज, प्रतापपुर, बैकुंठपुर, चिरमिरी सहित संभाग के अन्य ब्लाकों में ऑफिस है।
नमनाकला रिंग रोड स्थित बेलफेयर डेवलपमेंट स्टेट एंड प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालय में जांच करते अधिकारी।
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