बगीचा (निप्र)। कम समय में अधिक लाभ व ब्याज का सब्जबाग दिखाने वाली पᆬर्म इंफ्रावेब ट्रेडिंग कंपनी को लेकर स्थानीय प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी द्वारा बगीचा स्थित ब्रांच कार्यालय को सील करते हुए कंपनी के ट्रेडिंग संबंधी कागजात की मांग की गई है जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि बीते कई महीनों से झारखण्ड की पᆬर्म इन्पᆬ्रावेब ट्रेडिंग कंपनी द्वारा बगीचा क्षेत्र में ब्रांच ओपनिंग की तैयारी किए जाने के साथ अनियमित लेन देन की सूचना बगीचा पुलिस को लंबे समय से मिल रही थी वहीं पूरे जिले में फर्जी चिटफंड कंपनियों को खंगालने का काम जशपुर पुलिस द्वारा किया जा रहा है।सोमवार को बगीचा थाना प्रभारी जीएस दुबे,नायब तहसीलदार हरिशंकर पैंकरा, एनपी यादव एएसआई जगदीश मल्होत्रा दलबल के साथ प्रगति लॉज के सामने स्थित उक्त कार्यालय में पंहुचे जहां उन्होंने उपस्थित स्टॉफ से कंपनी संबंधी जानकारी मांगी। उपस्थित कर्मचारी द्वारा कंपनी संचालक अरुण कुमार के बाहर होने की बात कही गई वहीं कोई भी जानकारी उप्लब्ध नहीं कराई जा सकी ।
पहले भी हो चुकी है पुलिसिया कार्रवाई
लगभग छह महीने पहले कंपनी के ओपनिंग की सम्पूर्ण तैयारी पूरी की जा चुकी थी जिसके लिए आमंत्रण कार्ड छपवाकर वितरित किया गया था। कार्ड में किसी का नाम व हेड ऑपिᆬस का उल्लेख नहीं था जिससे पुलिस को कंपनी के क्रियाकलाप को लेकर संदेह हुआ है और कई बिन्दुओं पर संचालक अरूण कुमार व मकान मालिक से पुलिस ने जानकारी मांगी। इन्फ्रावेब कंपनी द्वारा कोई कागजात थाने में जमा नहीं कराया जा सका जिस पर कार्रवाई करते हुए उन्होंने कंपनी बंद करने का निर्देश दिया। संचालक द्वारा कंपनी शुरू न किए जाने का आश्वासन देकर अब तक कार्यालय का संचालन किया जा रहा है वहीं मकान मालिक द्वारा भी उक्त मकान खाली नहीं कराया जा सका है। नगर पंचायत से भी किसी प्रकार की कोई अनुमति नहीं ली गई है। संदेहास्पद गतिविधियों के साथ अनियमित लेन देन के मामले में पुलिस व प्रशासन ने कार्रवाही करते हुए सोमवार को उक्त कंपनी के कार्यालय को सील कर दिया है।
ट्रेडिंग कंपनी को लेकर उठने लगे सवाल
बगीचा क्षेत्र में बीते कई वर्षों से विभिन्न कंपनियों के द्वारा कम समय में अधिक पैसों का सब्जबाग दिखाकर लोगों से पैसे इनवेस्ट कराए जा रहे हैं। ऐसे में उक्त ट्रेडिंग कंपनी पर सवाल उठने शुरु हो गए हैं। किसी भी ट्रेडिंग कंपनी की शुरुआत करने से पहले उस कंपनी को सिकयुरिटी एंड एकसचेंज बोर्ड ऑपᆬ इंडिया(सेबी)में रजिस्ट्रेशन कराना होता है जिसके बाद अन्य औपचारिकता पूरी करने के बाद भारत सरकार द्वारा उन्हें ट्रेडिंग के कार्य के लिए हरी झंडी मिलती है। उल्लेखनीय है कि ईन्पᆬ्रावेब ट्रेडिंग द्वारा अपने वेब साईट में हेड आपिᆬस झारखण्ड के डाल्टनगंज पलामू का पता दिया गया है ऐसे में दूसरे प्रदेश में व्यापार करने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की मांग स्थानीय पुलिस द्वारा की गई है। बगीचा क्षेत्र में कई लोगों के द्वारा उक्त कंपनी में पैसे लगाए गए हैं जिसे लेकर पुलिस सतर्क है।
चिटफंड कंपनी को लेकर प्रशासन सतर्क
अवैधानिक लेनदेन को लेकर प्रशासन सतर्क बनी हुई है, क्षेत्र में कई चिटफंड कंपनियों के द्वारा पैसे दोगुने करने का झांसा देकर लाखों की ठगी कर ली गई है। आईडोल इंडिया कंपनी के द्वारा भी सैकड़ों लोगों से पैसे जमा कराए गए हैं जिसकी अवधि पूर्ण होने के बाद भी जमाकर्ता पैसे के लिए भटक रहे हैं।पाठ क्षेत्र में कई कंपनियों द्वारा वृहद् पैमाने पर नेटवर्किंग का बिजनेस किया जा रहा है जिसमें कई दलाल सक्रिय हैं। प्रशासन के द्वारा किसी भी अनियमित लेनदेन के मद्देनजर कार्रवाई शुरू किए जाने से चिटफंड समेत नेटवर्किंग का बिजनेस करने वाले संचालकों में हड़कंप है।
'' इंफ्रावेब ट्रेडिंग द्वारा क्षेत्र में पैसे के लेन देन व अधिक ब्याज दिए जाने संबंधित सूचना पर ब्रांच में जांच की गई जिसमें संचालक के अनुपस्थित होने के कारण नायब तहसीलदार द्वारा कार्यालय को सील कर दिया गया है। संचालक द्वारा कंपनी से संबंधित कागजात प्रस्तुत करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। ''
जीएस दुबे, थाना प्रभारी बगीचा ।
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