- जयपुर में बंगाल के भोले-भाले श्रमिकों से की ठगी
- हावड़ा सिटी पुलिस की मदद से जयपुर पुलिस की टीम ने धरदबोचा
हावड़ा : बंगाल से जयपुर काम करने गये श्रमिकों से चिटफंड कंपनी के जरिये लाखों रुपये गबन करने के आरोप में जयपुर पुलिस ने कंपनी के मालिक व मैनेजिंग डायरेक्टर शुभोब्रत दास को गिरफ्तार किया है. शुभोब्रत दक्षिण हावड़ा तृणमूल कांग्रेस का नेता भी बताया गया है.
सोमवार को आरोपी को हावड़ा के सीजेएम अदालत में पेश किया गया. न्यायाधीश ने ट्रांजिट रिमांड पर आरोपी को जयपुर पुलिस के अधिकारियों के हवाले कर दिया है. जानकारी के अनुसार, शुभोब्रत रेलवे कर्मचारी था. रेलवे की नौकरी छोड़कर उसने ‘होली हॉक वेल्थ एडवाइजरी प्राइवेट लिमिटेड’ नामक एक चिटफंड कंपनी खोली थी जिसका मुख्यालय दक्षिण हावड़ा के शेखपाड़ा में बनाया था.
जयपुर के अशोकनगर में फैलाया अपना कारोबार: जयपुर के अशोकनगर थाने की सब इंस्पेक्टर गीता चौधरी ने बताया कि शुभोब्रत ने तीन साल पहले जयपुर में अपनी कंपनी की एक शाखा खोली. उसने वहां के स्थानीय लोगों को अपना ग्राहक नहीं बनाया.
साजिश के तहत उसने बंगाल से जयपुर में काम करने गये श्रमिक स्तर के लोगों को विभिन्न स्कीम के तहत रुपये दोगुना करने का प्रलोभन दिया. बांग्ला में बात करने से ग्राहकों का विश्वास पुख्ता हुआ. एक-एक करके अनेक ग्राहकों ने अलग-अलग स्कीम के तहत उसकी कंपनी में अपने रुपये जमा किये. बताया जा रहा है कि सारधा घोटाले के बाद कंपनी की स्थित बिगड़ती चली गयी.
आखिरकार, डेढ़ साल पहले जयपुर में खोली गयी कंपनी के ब्रांच ऑफिस को बंद कर शुभोब्रत हावड़ा लौट आया. अपनी जमा राशि नहीं मिलने पर ग्राहकों का गुस्सा फूटा. सबसे पहले महादेव अधिकारी नामक एक ग्राहक ने जयपुर के अशोकनगर थाने में शुभोब्रत के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी. इसके बाद एक-एक करके कुल 69 पीड़ित ग्राहकों ने भी जमा राशि नहीं मिलने पर थाने में शिकायत दर्ज करायी.
अशोकनगर थाने की पुलिस ने घटना की जांच शुरू की. जयपुर पुलिस ने बताया कि शुरुआत में उनलोगों ने शुभोब्रत से बात की व जयपुर आने को कहा लेकिन वह जयपुर नहीं पहुंचा व मोबाइल नंबर भी बदल दिया. काफी खोजबीन के बाद हावड़ा सिटी पुलिस की मदद से जयपुर पुलिस ने उसे शिवपुर के बक्सरा इलाके से गिरफ्तार कर लिया. हालांकि उसके पास से रुपये जब्त नहीं किये गये हैं. जयपुर पुलिस ने बताया कि रिमांड पर लेने के बाद उससे पूछताछ की जायेगी.
इस चिटफंड घोटाले में शुभोब्रत दास के अलावा आैर भी लोग सक्रिय रूप से शामिल हैं. उन सभी की भी तलाश की जा रही है. अनुमानित घोटाला 90 लाख के आस-पास है. सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही घोटाले का खुलासा हो पायेगा. - गीता चौधरी, सब-इंस्पेक्टर, अशोकनगर थाना, जयपुर (राजस्थान)
शुभोब्रत दास का तृणमूल से कोई लेना-देना नहीं है. वह पार्टी के किसी भी पद पर नहीं है. अगर किसी ने अपराध किया है, तो निश्चित रूप से कानून अपना काम करे. बेवजह तृणमूल को बदनाम करने की कोशिश न की जाये. - राम प्रकाश राय, महासचिव, दक्षिण हावड़ा तृणमूल कांग्रेस.