रायपुर। राजधानी समेत प्रदेश में करोड़ों की ठगी करने वाले फ्यूचर गोल्ड चिटफंड कंपनी के राजेंद्रनगर स्थित प्रोगेसिव पॉइंट स्थित बंद दफ्तर का ताला खोलकर एक निवेशक के भाई द्वारा वहां रखे सामान को उठाकर ले जाने का मामला सामाने आया है। पुलिस ने सूचना मिलते ही निवेशक के घर से सारा सामान जब्त कर उसे अपने कब्जे में ले लिया। जानकारी के मुताबिक फ्यूचर गोल्ड कंपनी में ग्राम टीला, गोबरा नवापारा निवासी किसान हरीश बंजारे ने 8 लाख रुपए निवेश किया था। दफ्तर बंद कर कंपनी डाइरेक्टरों के फरार हो जाने के बाद से हरीश के पैसे फंसे हुए थे। चूंकि हरीश का भाई गावन कुमार इस कंपनी में चपरासी का काम करता था, लिहाजा दफ्तर की एक चाबी उसके पास भी थी। रविवार को मौका पाकर गावन कुमार दफ्तर पहुंचा और वहां रखे तीन कम्प्यूटर, हार्ड डिस्क, बाक्स तथा फर्नीचर आदि चार पहिया वाहन में भरकर अपने घर ले गया। आसपास के लोगों ने इसकी सूचना राजेंद्रनगर पुलिस को दी। पुलिस ने तत्काल गावन बंजारे के घर में दबिश देकर वहां से सारे सामान जब्त कर लिया और दफ्तर की चाबी ले ली। बाद में पुलिस टीम ने दफ्तर को खोलकर वहां रखे दस्तावेज आदि जब्त किया।
मुंबई की ईओडब्ल्यू टीम ने पहुंची
रविवार को अशोका मिलेनियम स्थित सांई प्रसाद कंपनी के दफ्तर में मुंबई की ईओडब्ल्यू की तीन सदस्यीय टीम ने धावा बोला। हालांकि दफ्तर सीलबंद होने के कारण टीम ने वहां अपना भी सील लगा दिया। इस कंपनी के डाइरेक्टर के खिलाफ मुंबई में भी धोखाधड़ी का मामला दर्ज है। इसी सिलसिले में मुंबई पुलिस यहां पहुंची थी। गौरतलब है कि भुनेश्वर की पुलिस ने पहले ही दफ्तर को शीलबंद कर दिया था।
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